गाँव की यादोँ में बचपन's image
हिन्दी पखवाड़ाPoetry1 min read

गाँव की यादोँ में बचपन

Sahdeo SinghSahdeo Singh September 15, 2021
Share0 Bookmarks 51 Reads0 Likes

गाँव छोड़ मैं शहर की ओर चला,

रोजी रोटी की जुगाड में,

छूटा माँ के आँचल का सिलसिला,

गाँव छोड़ मैं शहर की ओर चला ।

ये गलियाँ ये सड़क ये नीम की छाया,

जहाँ भरी दोपहरी में हमने था समय बिताया,

उन लमहों से जुडा है कभी भूल ना पाया,

वो खेतों मे लहलाते गेहूं की बालियां,

छोड़ कर आया किससे करुँ मैं गिला,

गाँव छोड़ मैं शहर

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts