
Share0 Bookmarks 26 Reads0 Likes
कहते हैं दोस्ती में कोई भेदभाव
छोटा बडा नहीं होता ऐसे ही
दोस्ती की मिसाल कछुआ
खरगोश की है:-
दौनों दोस्तों में शर्त लगी
आज हम दोनों में दौड़ में
जो जीतेगा वो हमेशा
जीतने वाले की बात मानेगा,
कछुआ बोला यार मैं तुमसे
कैसे जीत सकता हुँ,
तुम तेज दौडते हो,
मैं धीरे धीरे धीरे चलता हूँ ।
पर चलो यारी के लिये मैं
दौड़ लगाऊंगा ।
दोनों मित्र दौडना शुरु किये,
खरगोश तेज दौड़कर लक्ष्य,
के नजदीक पहुंच गया,
सोचा चलो आराम कर लेता हुँ,
अभी तो कछुआ बहुत पीछे है,
आराम करने में ही सो गया
कछुआ धीरे-धीरे चलकर लक्ष्य
पर पहुंच गया ।
बोला खरगोश भई उठो मैं जीत .
गया ।
खरगोश निराश हुआ और
बोला दोस्त! मैं तुमको छोटा समझा
भूल हो गयी । माफ कर दो यार ।।
अति आत्मविश्वास पराजय का कारण
और कभी भी किसी को छोटा
समझने की भूल ना करें ।।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments