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चलते चलते हम कहां पहुंच गए
भूल गए खुद को दीवाना हो गए
अपने बुने हुए जाल में उलझ गए हम सब
आधुनिकता के बहाव में मर्यादा भूल गए,
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चलते चलते हम कहां पहुंच गए
भूल गए खुद को दीवाना हो गए
अपने बुने हुए जाल में उलझ गए हम सब
आधुनिकता के बहाव में मर्यादा भूल गए,
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