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भ्रष्ट तंत्र है भ्रष्ट मंत्र है भ्रष्टाचार का व्यापार
रग रग में घुल गया है भ्रष्ट हुई सरकार
जन सेवा का स्वांग रचाते करते भ्रष्टाचार
लाखों करोड़ों की हेरा फेरी करते जनता है लाचार, No posts
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