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आशाएं जगी हैं मन में
होगा कुछ नया जीवन में
नया साल है विश्वास नया है
जन मन में उत्साह नया है
होगा कुछ विशेष जीवन में,
आशाएं जगी हैं मन में ।
फिजाओं में एक खुशबू फैली है
जैसे हर पंखुड़ी में कली खिली है
फूलों में मादकता घुली है
प्रकृति भी बनी शर्मीली है
जैसे नव जागृति की उमंग भरी है
खुशियां भरी सृष्टि की तन मन में,
आशाएं जगी हैं मन में
होगा कुछ नया जीवन में ।।
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