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आम इन्सान और नियति

Sahdeo SinghSahdeo Singh November 6, 2021
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हम आज में जीते हैं

हम आज में मरते हैं

हम अपनी कहानी तो

खुद ही कहते हैं ।

जो कुछ भी मिला हमको

खुश होकर स्वीकार किया,

जीवन के जहर को भी

हंसकर हमने पिया ,

हम नीलकंठ नहीं जो

जो जीवन रचते हैं,

हम तो आम इंसान,

नियति से चलते हैं

हम अपनी कहानी तो

खुद ही कह

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