Share0 Bookmarks 212342 Reads0 Likes
अजनबी तू अकेला
कहां चल दिया,
तेरी मंजिल कहां
तू कहां चल दिया,
राह में तेरे पग पग
पर कांटे बिछे ,
फूल दिखते नहीं
फिर कैसे रुके
हर कदम पर तुम्हारे
मुश्किलों का सिला,
छोड़ मेला अकेला कहांचल दिया ।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments