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तुम्हारी कोयल सी बोली का मधुर संगीत
ओ मेरे मनमीत
मुझे पागल कर रहा है।
तुम्हारी सांसों को गर्माहट का ये गर्म मौसम
चंदन की महक सा हवा में फैलता हुआ यौवन
मुझे पागल कर रहा है।
तुझ में सब और सब में तेरा ही दिखाई देना
हर वक्त हर पल बस तेरी यादों में रहना
मुझे पागल कर रहा है।
तु
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