
उसके कंगन, उसकी साड़ी,उसका सजना एक तरफ
उसकी बातें, उसकी आंखे, उसका हंसना एक तरफ
उसका माँ को माँ कहना,सारी बातें एक तरफ
माँ बोले की तेरा कहना, उसका कहना एक तरफ
उसका झगड़ना, उसका रोना, उसका रूठना एक तरफ
उसका हूं, हां, और ना करना,उसका चलना एक तरफ
उसकी काली आंखों में,काजल का लगाना एक तरफ
उसकी चंचल बातों में है, दिल का ठिकाना एक तरफ
उसका मेरी भी बातों में,मुंह का बनाना एक तरफ
उसका मेरी भी खुशियों में, खुश हो जाना एक तरफ
उसका होना, उसका रहना, है उसका बनना एक तरफ
मेरे अंतर मन में भी, है उसका ठिकाना एक तरफ
उसका मिलना,उसका होना, है उसका रहना एक तरफ
उसकी गलियों में मेरा भी, है चक्कर का लगाना एक तरफ
उसका चंदा, उसका सूरज, है उसका जमाना एक तरफ
उसकी खुशबू,उसकी चाहत, है उसकी यादों का आना एक तरफ
उसका हंसना,उसका भूलना, है उसका मनाना एक तरफ
उसकी इबादत, उसपे इबारत,है उसपे मर जाना एक तरफ
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments