शब्दों का तापमान (दोहा)'s image
Poetry2 min read

शब्दों का तापमान (दोहा)

संवेदितासंवेदिता March 18, 2023
Share0 Bookmarks 0 Reads0 Likes

शब्द एक संकल्पना, भाव अनेक लगाय।
जिसकी जैसी भावना, भाव रहा बरसाय।।

शब्द शब्दस: वर्तनी, यदि भाव न निर्मल होय।
भाव-अभाव के मेल में, मरम बचे नहिं कोय।।

मन-मानुष शब्द टटोलते, जेहिं वाणी अमिय सुहाय।
ईर्ष्या-तृष्णा भूलते, तृप्त करहिं हिय जाय।।

शब्द हृदय छलनी करें, जेहिं सूई चुभ-चुभ जाय।
शब्द करें उपचार भी, अंतर्मन घुल जाय।।

मधुर-शब्द सम कछु नहींं, द्वेष-कलेश मिटाय।
बाती-दीया के मेल से, सहज मोम पिघलाय।।

शब्द तोलकर बोलिए

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts