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खुबसूरत था मंजिल,
जिस रास्ते तुम मिले थे ।
बेशक हसीन थे वह लम्हे
जब तुम साथ चले थे।।
कहानी बनती गई ,
फासला मिटता गया।
बातें बढती गई,
वक्त थम सा गया ।।
मजबूरी थी कुछ मगर ,
प्यार बेशुमार था।
एक सफर के लिए
ही सही तु मेरा हमसफर था ।।
ऋतु
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