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खामोशियों के आसमान को
चलो लफ़्ज़ों के
सितारों से सजाते हैं
बेचैनियों के माथे पर चलो
सुकून का चाँद टाँग आते हैं
मौन से पसरे अंधकार को
चलो खनक के उजाले ओढ़ाते हैं
फिज़ा
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खामोशियों के आसमान को
चलो लफ़्ज़ों के
सितारों से सजाते हैं
बेचैनियों के माथे पर चलो
सुकून का चाँद टाँग आते हैं
मौन से पसरे अंधकार को
चलो खनक के उजाले ओढ़ाते हैं
फिज़ा
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