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रिश्तों का कारोबार

Roopali TrehanRoopali Trehan February 18, 2022
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कुछ इस तरह से चल रहा

अब रिश्तों का कारोबार

जिसकी जितनी शोहरत

उसपर उतना गौर


जज़्बातों का ठिकाना नहीं

तानों का तरकश है भारी

ख़ुद को उठाने की खातिर

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