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ना कम ना ज़्यादा
ये ज़िंदगी करती नहीं
किसी से कोई वादा
ना आज ना कल
ये ज़िंदगी रही हरपल
हाथ से फिसल
ना आधा ना पूरा
ये ज़िंदगी रखती
सबको अधूरा
ना आना ना जाना
ये ज़िंदगी सुखों और
दुखों का ताना बाना
✍️✍️
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