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पहुँचना वही चाहता है
जहाँ पहुँचा नहीं अभी तक
मन की भी अपनी
अलग ही प्यास है
ढूंढना वही चाहता है
दिखा नहीं जो अभी तक
मन की भी अपनी
अलग ही तलाश है
पाना वही चाहता है
हासिल नहीं जो अभी तक
मन की भी अपनी
अलग ही आस है
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