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लफ़्ज़ों की कारीगिरी भी
क्या कमाल ढाती है
शांत से बैठे मन में
भावों का भूचाल लाती है
धड़कनों की रफ़्तार को
कुछ यूं बढ़ाती है
एहस
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लफ़्ज़ों की कारीगिरी भी
क्या कमाल ढाती है
शांत से बैठे मन में
भावों का भूचाल लाती है
धड़कनों की रफ़्तार को
कुछ यूं बढ़ाती है
एहस
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