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कुछ अपने तो कुछ बैगाने हैं
कुछ बेहद ख़ास तो कुछ बेमायने हैं
कुछ बेजोड़ तो कुछ सामान्य हैं
कुछ प्रार्थनीय तो कुछ अमान्य हैं
कुछ संकुचित तो कुछ प्रशस्त हैं
कुछ बेखौफ़ कुछ तो कुछ त्रस्त हैं
कुछ मनचले तो कुछ स्थिर हैं
कुछ क्षणिक तो कुछ चिर हैं
कुछ मार्मिक तो कुछ कठोर हैं
कुछ अनचाहे तो कुछ चितचोर हैं
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