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समझने समझाने के फेर में
वक्त मत गुजारिए
औरों को छोड़ पीछे
कभी ख़ुद को भी पुकारिए
बह जाएगा रेत सा
जितना भी कसके थामिए
औरों को कर अनस
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समझने समझाने के फेर में
वक्त मत गुजारिए
औरों को छोड़ पीछे
कभी ख़ुद को भी पुकारिए
बह जाएगा रेत सा
जितना भी कसके थामिए
औरों को कर अनस
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