ख़ुद का मन's image
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जो ख़ुद को हो नापसंद

उसे दूसरे पर थोपना क्यों

अपने मन मुताबिक

हर किसी को टोकना क्यों


जो आए न समझ 

उसे बेवजह सोचना क्यों

सवालों में उलझ कर

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