
Share0 Bookmarks 48 Reads0 Likes
हल्की फुल्की सी है ज़िंदगी
इसे बेवजह यूं बोझ मत बनाइए
ना जाने कौन सी सांस हो आखिरी
इसलिए खुल कर मुस्कुराइए
कहा सुनी में यूं उलझ
समय मत गवाईए
ना जाने कौन सा लम्हा हो
No posts
No posts
No posts
No posts
हल्की फुल्की सी है ज़िंदगी
इसे बेवजह यूं बोझ मत बनाइए
ना जाने कौन सी सांस हो आखिरी
इसलिए खुल कर मुस्कुराइए
कहा सुनी में यूं उलझ
समय मत गवाईए
ना जाने कौन सा लम्हा हो
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments