
Share0 Bookmarks 25 Reads1 Likes
बढ़ाए जो क़दम
तो राहें निखर गईं
हौसलों की चाह देख
मंजिलें उभर गईं
बाँधी जो हिम्मत
दिल मज़बूत हुआ
बाधाओं का खौफ़
खुदबखुद दूर हुआ
मुश्किलों का साथ छोड़
आसानियाँ मगरूर हुईं
दृढ़ता को देख
रुकावटें चकनाचूर हुईं
रुकावटें चकनाचूर हुईं
✍️✍️
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments