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दर्द के ये आईने हैं
यहाँ हर जज़्बात
के मायने हैं
उदासियों के ये ठौर हैं
बेचैनियों के
अपने ही तौर हैं
गमों की ये
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दर्द के ये आईने हैं
यहाँ हर जज़्बात
के मायने हैं
उदासियों के ये ठौर हैं
बेचैनियों के
अपने ही तौर हैं
गमों की ये
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