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परेशानियों का समुंदर
उलझने हज़ार
खत्म नहीं होंगी मुश्किलें
बढ़ते रहिए जनाब
ख्वाहिशों का काफ़िला
हकीकतें सिर पर सवार
ज़िम्मेदारियां हज़ारों
संभलते रहिए जनाब
चुनौतियाँ अनेकों
उम्मीदें बेहिसाब
हौसलों की डोर थामें
उड़ते रहिए जनाब
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