आज में रहकर's image
Share0 Bookmarks 41570 Reads1 Likes

आज में रहकर

कल की क्यों सोचना

धर कर हाथ पर हाथ

मुकद्दर को क्यों कोसना


औरों को देख

ख़ुद को क्यों आँकना

अपनों क

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts