Share0 Bookmarks 214085 Reads1 Likes
इश्क है
जिंदा होने का अहसास
सिमट जाता है कभी कभी
शरीर की गंध
सांसों की अगन
और
तुम्हारी छुअन मे।
No posts
No posts
No posts
No posts
इश्क है
जिंदा होने का अहसास
सिमट जाता है कभी कभी
शरीर की गंध
सांसों की अगन
और
तुम्हारी छुअन मे।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments