आगमन's image
Share0 Bookmarks 30968 Reads0 Likes
किसी रोज तुम आना तो ऐसे , 
जैसे बरसों से तरसते रेगिस्तान पर बारिश का मेहर आया हो । 
जैसे घंटों के तूफान के बाद सुकून आया है । 

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts