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तेरी दीवानी

rashmi ranjanrashmi ranjan March 17, 2023
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तेरी दीवानी 

क्या बताऊँ मैं तुमको सरवर
कितना मैं भींगी भींगी 
नमक इश्क़ का बिखरा बिखरा
मैं समंदर डूब कर आई हूँ।

इन रातों से मत पूछो
मुलाक़ातें कैसी गुजरी
चमक रहा है तन मन मेरा
मैं तारों को ओढ़ कर आई हूँ।

बात न पूछो मेरे दिल की
रंग निखरता मेरा तुमसे
तेरे दिल में रहती दिलबर
मैं प्रेम रंग में उतराई हूँ।

हाय! न पूछो सूरज ये
कैसे कैसे ताने मारे
बड़ा सताता मोहे प्रीतम
मैं तुझसे ही बस भरमाई हूँ।

कितना अब इल्जाम हूँ सहती
बस तुझमें रंग जाने को
एक तुझे पाने के खातिर
मैं सबको छोड़ कर आई हूँ।

मुझे मोहित तुम कर देना
मैं तेरी चाँदनी बन जाऊँ
देख तो चंदा मेरी व्याकुलता
मैं तेरी दीवानी कहलाई हूँ।

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