
Share0 Bookmarks 9 Reads0 Likes
कुछ मिलेंगे तो कहेँगे किस तरह टूटी है साँसे
किस तरह टुकड़ों में बिखरे आईने से है दिवाने
रात पूछो महफ़िलों से जाम भी कहते छलक कर
कह रहे थे रात कमसिन लिख रही सारे फ़साने
#रश्मि_रश
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments