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मैं तुम्हारे साथ साए की तरह आऊँगा।
जब वो किरणें परेशान करेंगी, तो झोंके आएँगे मेरे,
मैं नसीम की तरह आऊँगा।
मैं गोश में सुनाई दूंगा,
मैं सदा की तरह आऊँगा।
जब मुज़्महिल होंगी तुम,
मैं मुज़ाकरा-ए-ख़ुशी बन कर आऊँगा।
जब नाशाद भरा होगा तेरे मन में,
मैं तेरे लिए शाद बन कर आऊँगा।
मेरी वजह से परेशानियाँ आएँगी,
म
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