तुमसे ही आती मिठास's image
Poetry1 min read

तुमसे ही आती मिठास

AbhishekAbhishek May 22, 2022
Share0 Bookmarks 23 Reads0 Likes

सुबह सुबह जब

आती हो तुम

हाथों में लेकर चाय I

सोचता हूँ, काश !

होता मैं प्याली

और तुम चम्मच

शक्कर वाली, 

तो रोज़ रोज़ ही तुम

मुझ में डूब डूब कर, 

लगाती दो चार चक्कर I

नाज़ करते हम अक्सर

अपनी इस प्रीत पर

क्यूँकि तुमसे मिलन, 

होता ही इतना खास I

जो तुम मेरे आग़ोश में, 

आ के यूँ न मचलती !

तो किसी भी चाय में,

आती कैसे मिठास ?


     - अभिषेक


#InternationalTeaDay

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts