
Share0 Bookmarks 59 Reads0 Likes
अपेक्षा करते हैं तो,
अपेक्षाओं पर खरे उतरिए
औरों को सुधारने निकले हैं !
पहले खुद सुधरिए
बहुत आसां है कीचड़ उछालना
अपना दामन तो देखिए
अच्छा सुनने की, है गर चाहत
<No posts
No posts
No posts
No posts
अपेक्षा करते हैं तो,
अपेक्षाओं पर खरे उतरिए
औरों को सुधारने निकले हैं !
पहले खुद सुधरिए
बहुत आसां है कीचड़ उछालना
अपना दामन तो देखिए
अच्छा सुनने की, है गर चाहत
<No posts
No posts
No posts
No posts
Comments