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लता जी : संगीत का एक युग

AbhishekAbhishek February 6, 2022
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न क़ाबिल-ए-माफ़ी है

ऐ काल, तेरी ये ख़ता

ले गया तू साथ क्यूँ अपने

हम सबकी प्यारी

भारत रत्न, स्वर कोकिला

सुर की देवी "लता"

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कल, एक सरस्वती की आरती गाई

आज, एक सरस्वती की अश्रुपूर्ण विदाई

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कण-कण है आज ग़मज़दा

सदियों में जलती है ऐसी चिता

........................................................


ख़ामोश हो

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