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पुरुबवा से अइलें बलम
बेशरम होके,
मुंहवा में धइलें रहें उ चिलम
बेशरम होके |
नाइ देखेलें उ
ना निरखेलें उ
नाइ बुझेलें उ
ना बुझावेलें उ
धोई अइलें उ सगरी शरम ...बेशरम होके...
कपसल रहेलें हदसल रहेलें,
खाना दाना पानी से बिछड़ल रहेलें,
जरत जवानी हमार देखे न रजऊ,
बाती बे बाती में बिगड़ल रहेलें |
उहवाँ करी अइलें कवन करम
बेशरम होके,
पुरुबवा से अइलें....
सूतला में कवन कव
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