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'वक्त '
जब हम नहीं थे,
तब भी था।
अब हम हैं,
फ़िर भी है।
और
जब हम नहीं होंगे,
तब भी रहेगा।
ये कोई और नहीं...
वक्त है,
वो वक्त ...
जिसके सब गुलाम हैं।
हम-तुम ख़ुद,
वक्त भी....??
- रवीन्द्र रायकवार
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