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कभी इधर तो कभी उधर
नज़र दौड़ाता हूं,
क्या इशारा है
मौसम का ये क़यास करता हूं।
ज़मीं के साथ-साथ
नज़र दौड़ाता हूं,
क्या इशारा है
मौसम का ये क़यास करता हूं।
ज़मीं के साथ-साथ
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