आदतन मुस्कुरा देता हूं।
कुछ ऐसे ही दर्द छुपा लेता हूं।।
कोई पूछ ले भूल से भी।
तो बस हां में हां मिला लेता हूं।।
नज़दीकियों से बहुत दूर-दूर।
मैं ख़ुद से भी दूर-दूर होने लगा हूं।।
No posts
Comments