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कुछ किस्सा याद आता है
वो गली कूचा मुहल्ला याद आता है
वो अल्हड सा बचपन और वो आमों बगीचा याद आता है
मस्त मौला बाँकपन और
वो बेफिक्र वाला सलीका याद आता है
कुछ किस्सा याद आता है
वो गली कूचा मुहल्ला याद आता है
#ravim1987
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