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कुछ तुझे सज़ा दे और कुछ मुझे तबाह करे ये अकेलापन
कुछ नासूर सा जो घाव गहरे करे ये अकेलापन
कुछ ये दीमक सा जो चाटते ही खोखला करे ये अकेलापन
कुछ मौत मुझे दे और कुछ श्राप सा तुझे लगे ये अकेलापन
कुछ तुझे सज़ा दे और कुछ मुझे
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