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हो सौभाग्य मेरे राष्ट्र का
चले नित प्रगति पथ पर,
मार्ग सुनहरे मनभावन पर
चले उज्जवल स्वर्ण रथ पर |
सब खुशहाल हो आनंद से भरपूर
राम राज से भी बढ़कर नव राज हो
छोड़ पुरानी परी पाटी जो निचा दिखाती हो
नये जीवन का संचार हो
है राष्ट्र छुपाए असीम निधि
कर दूर सब हीनता
मानवता का विकास कर
रूढ़ि वादी विचार धारा का त्याग कर
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