सियाह रूहें's image
Share0 Bookmarks 53786 Reads1 Likes

सियाह रूहें रौशनी की तलब लिए फिरती हैं,

बस यूँ ही ये नहीं फिरती हैं

हैं लिपटी स्याह से भी स्याह जिस्मों की परतों में,<

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts