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क़ूवते लफ़्ज़ अब तो खतम हुए
नहीं सिमटती अब हर दर्द अल्फ़ाज़ों में,
उन लफ़्ज़ों का बिफर जाना
और ये कहना, बस क
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क़ूवते लफ़्ज़ अब तो खतम हुए
नहीं सिमटती अब हर दर्द अल्फ़ाज़ों में,
उन लफ़्ज़ों का बिफर जाना
और ये कहना, बस क
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