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बस थोड़ा इंतज़ार ए दिल

Rashid Ali GhazipuriRashid Ali Ghazipuri June 15, 2022
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बस थोड़ा इंतज़ार ए दिल

फिर तेरा कोई वजूद न होगा,

न दिल होगा न ख़लिस होगी

और होगा न कोई इंतज़ार,

तेरा साथ तो बस यहीं तक है

तेरी हद बस यहीं तक है,

उससे आगे न हो पायेगा तेरा परवाज़

इसलिए बस अब सुनता हूँ खुद की आवाज़

जो अंदर है जो अंतर्मन है

भला दुनिया को इससे क्या काम

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