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न जाने किसने पत्थर फेंका, उसके घर पे, सबुत बस इतना था, उसके हाथ में अंगुठी थी !
बेगुनाह आधा शहर मारा गया मेरे हाथो से,
बस वो ही बचे, उनकी अंगुलिया सूनी थी !!
बेगुनाह आधा शहर मारा गया मेरे हाथो से,
बस वो ही बचे, उनकी अंगुलिया सूनी थी !!
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