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सब जोड़ना, घटाना, गुना या भागाकार करना
क्या इतना मुश्किल है इस ज़माने में प्यार करना
कितनी मशक़्क़त है बरसने के लिए भी यहाँ
देर बादलों को देखना, देर इंतज़ार करना
मैंने समझा था कि फ़लसफ़े दिया करती है मुहब्बत
पर ये क्या काम कि पूरा आदमी बेकार करना
मिलेंगे यार तो अब गुंजाइश न रखना बरा-ए-मेहरबानी
रिश्ते पे कफ़न बिछाना, उम
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