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जीवन
भावों भरा है जीवन का नभ
जीवन-मन कितना भावुक है
चुप्पी साधे है इसकी व्यथा
प्राणमुलक है पर मुक है।
जीवन जीने की आशा है यही
मन को भावों का वरदान है
समुचे जग मंे नहीं सुरमयी
इस जैसी एकल गान है
क
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