
Share0 Bookmarks 93 Reads0 Likes
जमाने ने कहाँ देखा तुम्हारे इल्म का जलवा,
वो तो तुम्हारे हुस्न पर ही दिल हार बैठा है,
तुमने भी कहाँ अपने दिल में झाँक कर देखा,
मुझ सा दिवाना तुम पर कब से दिल वार बैठा है ।
- राजीव ' हैरान '
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments