
Share0 Bookmarks 43 Reads0 Likes
पुष्प पंकज रत्न तुमको क्या कहूँ,
कस्तूरी चन्दन अगरू भी लगे कल्पना,
सुरभि शील गुण का तुम मेल हो,
तुम्हारा किसी उपमा से मेल क्या,
ईश्वर सहायक हो सदा है ये प्रार्थना।
- राजीव ' हैरान '
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments