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घुल गई मेघों में सागर में,
समा गई व्योम में विमाहीन होकर,
मिल गई धरा से बनकर भस्म,
चल पड़ी अनजान बनकर पवन,
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घुल गई मेघों में सागर में,
समा गई व्योम में विमाहीन होकर,
मिल गई धरा से बनकर भस्म,
चल पड़ी अनजान बनकर पवन,
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