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ऐसी हवा चली चमन से बहारें जुदा हुई,
तारों भरी रातों से हसीं सपने जुदा हुए,
तुम भी रहने लगे महफ़िलों से दूर,
अर्सा हो गया हमको तुमसे जुदा हुए।
- राजीव ' हैरान '
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ऐसी हवा चली चमन से बहारें जुदा हुई,
तारों भरी रातों से हसीं सपने जुदा हुए,
तुम भी रहने लगे महफ़िलों से दूर,
अर्सा हो गया हमको तुमसे जुदा हुए।
- राजीव ' हैरान '
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