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तुम ख्याल बन कर मेरे जहन में रहते हो,
तुम ख्वाब बन कर मेरी नींद में रहते हो,
तुमसे जुदाई कभी मुमकिन नहीं है मेरी,
कभी तुम हकीकत में मेरे सामने रहते हो।
- राजीव ' हैरान '
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तुम ख्याल बन कर मेरे जहन में रहते हो,
तुम ख्वाब बन कर मेरी नींद में रहते हो,
तुमसे जुदाई कभी मुमकिन नहीं है मेरी,
कभी तुम हकीकत में मेरे सामने रहते हो।
- राजीव ' हैरान '
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